ओपेक और उसके सहयोगी देशों की इस सप्ताह होने वाली बैठक के दौरान उत्पादन में कटौती पर सहमति बनने की उम्मीद के चलते मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतों में तेजी हुई। इससे पहले समझौता न हो पाने के अनुमान से तेल कीमतों में गिरावट हुई थी, हालांकि अब इस संबंध में बैठक गुरुवार को होनी है।
सिंगापुर। तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और उसके सहयोगी देशों की इस सप्ताह होने वाली बैठक के दौरान उत्पादन में कटौती पर सहमति बनने की उम्मीद के चलते मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतों में तेजी हुई।
इससे पहले समझौता न हो पाने के अनुमान से तेल कीमतों में गिरावट हुई थी, हालांकि अब इस संबंध में बैठक गुरुवार को होनी है।
एशिया में सुबह के कारोबार के दौरान अमेरिकी मानक वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 3.83 प्रतिशत बढ़कर 27.08 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड प्रति बैरल 2.81 प्रतिशत बढ़कर 33.98 डालर पर कारोबार कर रहा था। कच्चे तेल की कीमतें पिछले हफ्ते 18 साल के निचले स्तर पर आ गई थीं।
सऊदी अरब और रूस के बीच कीमत युद्ध होने से यह गिरावट शुरू हुई, और कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर में लॉकडाउन के चलते इसमें और कमजोरी आई। एएनजेड बैंक ने एक टिप्पणी ने कहा है कि रूस और सऊदी अरब दोनों ने कहा है कि यदि दुनिया के बाकी देश भी उत्पादन में कटौती करने के लिए तैयार होते हैं, तो वे भी उत्पादन में कटौती करने के लिए तैयार हैं। इसके बाद शुरुआती कारोबार में कीमतों में कुछ सुधार हुआ।